कौन हैं धीरज प्रसाद साहू जिनकें पास से अभी तक 250 करोड़ से भी ज्यादा रुपयें बरामद किया जा चुका हैं, जब्त नोटो की संख्या इतनी थी कि उन्हें गिनने के लिए आस पास के बैंकों से कई मशीनें मगवाई गई नोट गिनते गिनते दों मशीन मौके पर ही खराब हो गई। 157 बैगों में भरकर ट्रक से रुपए पहुँचाऐं गऐं बैंक और बैग नहीं मिले तो बोरों में भरें गए नोंटो के बंडल..
Diraj Parshad Sahu : Credit - Instagram |
कौन हैं धीरज प्रसाद साहू
धीरज साहू के वेबसाइट के अनुसार 23 नवंबर 1955 को राय साहब बलदेव साहू के घर रांची झारखंड में इनका जन्म हुआ इनकी माता का नाम सुशीला देवी हैं।इन्होंने अपनी B.A. की शिक्षा Marwari College, Ranchi से पूरी की हैं।धीरज प्रसाद साहू तीन बार राज्यसभा सांसद रह चुके हैं, यें 2009 में राज्य सभा सासंद बनें थें, जुलाई 2010 में वो एक बार फिर झारखंड से राज्य सभा के लिए चुने गए, तीसरी बार वो मई 2018 में राज्य सभा के लिए चुनें गए।
हम आपकों बता दे कि धीरज प्रसाद साहू कांग्रेस के राज्य सभा के एक नेता हैं, यें एक ऐसे परिवार से हैं जो आज़ादी के बाद से ही कांग्रेस पार्टी से जुड़े है,1977 में राजनीति में शामिल हुए,1978 में 'जेल भरो आंदोलन' के दौरान जेल गए थें।
40 वर्षों से देसी शराब के कारोबार में हैं साहू परिवार
धीरज साहू के रिशतेदारों के नाम पर ओड़ीसा में शराब का बड़ा कारोबार हैं, बलदेव साहू एंड ग्रुप ऑफ कपंनी मूल रूप से लोहरदगा कि हैं, यह कंपनी पिछले 40 सालों से ओड़िशा में शराब बनाकर बेचने का काम कर रही हैं, कंपनी की बौद्धा डिस्टिलरी प्राइवेट लिमिटेड (बीडीपीएल) से साझेदारी हैं।
क्यों हैं धीरज साहू चर्चा में
प्रधानमंत्री ने ली चुटकी
प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा देशवासी इन नोटों के ढेर को देखें और फिर इनके नेताओं के ईमानदारी के 'भाषणों' को सुनें..जनता से जो लूटा है, उसकी पाई-पाई लौटानी पड़ेगी, यह मोदी की गारंटी है।
प्रधानमंत्री मोदी जी ट्वीट |
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